आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान
समिति ने राष्ट्रपति को भेजा पत्र, सीबीआई जांच की उठाई मांग
भिलाई न्यूज़ । आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति ने सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन गैलरी गिरने की घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। समिति ने इस हादसे में मौजूदा ईडी वर्क्स और कोक ओवन एंड कोल केमिकल विभाग के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) की भूमिका पर सवाल उठाए हैं और कोक ओवन बैटरी की सालाना सेफ्टी ऑडिट की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है, जिससे राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान के लिए जवाबदेही तय हो सके।
समिति के अध्यक्ष आर पी शर्मा ने इस संदर्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को विस्तृत पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि सेल-भिलाई स्टील प्लांट में पिछले 3 वर्षों में कोक ओवन गैलरी गिरने की चार घटनाएं हो चुकी हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में 7 जुलाई 2025 को दोपहर के समय कोक ओवन गैलरी क्रमांक 5 से 6 गिरी है।
उन्होंने कहा कि लगातार ऐसी घटनाएं होना भिलाई इस्पात संयंत्र मैनेजमेंट के ईडी वर्क्स और कोक ओवन एंड कोल केमिकल विभाग के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) की भूमिका भी जांच की दायरे में आती है। भिलाई इस्पात संयंत्र में आए दिन घटना संयंत्र की कार्यप्रणाली एवं रखरखाव पर जांच होनी चाहिए।
श्री शर्मा ने कहा कि भिलाई स्टील प्लांट में मेंटेनेंस के नाम पर आवंटित बजट का समुचित उपयोग नहीं हो रहा है, इसलिए इस तरह के हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोक ओवन बैटरी नंबर 56 गैलरी 40 फीट उपर से गिर गई। गैलरी गिरने की वजह से कन्वेयर बेल्ट में भीषण आग एक बड़ी तबाही का संकेत दे रही है। रात तक बुझाई गई। जिसके चलते कोक ओवन में पूरी पुशिंग सिस्टम बंद होने से उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है। इससे प्लांट में 3000 टन का उत्पादन ठप्प हो गया। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इस नुकसान की जवाबदारी कौन लेगा, जिसके चलते सेल को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रबंधन ने स्वीकार तो किया है कि कोक ओवन बैटरी नंबर 5–6 के बीच स्थित गैलरी 7 जुलाई को एक तरफ से गिर गई। यदि इसका समय पर मेंटेनेंस हुआ होता तो यह नौबत नहीं आती। उन्होंने आरोप लगाया कि उच्च प्रबंधन की नाकामी को छिपाने के लिए इस गैलरी को जानबूझकर गिराया गया है। जिससे करोड़ों का टेंडर अपने फिक्स ठेकेदार को दिया जा सके।
उन्होंने मांग उठाई है कि कोक ओवन बैटरी का हर साल सेफ्टी ऑडिट होता है और इस ऑडिट रिपोर्ट को प्रबंधन को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। जिससे यह तथ्य साफ होगा कि अगर गैलेरी जर्जर थी तो इसका उल्लेख सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट में जरूर होगा औऱ रिपोर्ट के बाद मैनेजमेंट ने क्या कदम उठाया, इसका भी खुलासा होना चाहिए।
श्री शर्मा ने कहा कि हाल के दिनों में उच्च प्रबंधन में काफी फेरबदल हुआ है और कुछ बड़े अफसर अपना रिटायरमेंट करीब आते देख पूरी तरह निष्क्रिय हो चुके थे। इससे उनके अधीनस्थ अफसरों को मनमानी करने का मौका मिल गया। यह सीधे-सीधे राष्ट्र की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का कृत्य है।
श्री शर्मा ने कहा कि कोक ओवन में पूर्व में तीन हादसों की जांच रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। संयंत्र को कितने का घाटा वहां उठाना पड़ा, इसका खुलासा होना चाहिए। अब चौथी बार गैलरी का गिरना, यह सब जांच की दायरे में है। उन्होंने मांग उठाई कि कोक ओवन बैटरी की गैलरी गिरने की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए जिससे सारे तथ्य सामने आ जाए।
श्री शर्मा ने कहा कि वर्ष 2016-17 से सेल की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है। सेल की पिछली चेयरमैन सोमा मंडल भ्रष्टाचार के मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट से बेल पर है । मेसर्स आर एन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को 8000 टन से अधिक टीएमटी बार की बिक्री से संबंधित भ्रष्टाचार उजागर हो चुका है जिसमें सेल द्वारा जीएम राजीव भट्ट जैसे अफसर को जबरिया रिटायरमेंट दिया गया है।
श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि आज स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड को कुछ बड़े ठेकेदार अपनी जागीर की तरह चला रहे हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में वर्क्स एरिया में मेंटेनेंस को अगर ऐसे ही उपेक्षित रखा गया तो आने वाले समय में और बड़ा हादसा हो सकता है। श्री शर्मा ने बताया कि इस संबंध में आचार्य नरेंद्र देव जन अधिकार अभियान समिति की ओर से पत्राचार के माध्यम से राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, इस्पात मंत्रालय , इस्पात सचिव एवं सेल चेयरमैन को सूचित करते आ रहे हैं।
श्री शर्मा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि इस प्रकरण को गहनता जांच करवा कर सम्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कोक ओवन विभाग की सेफ्टी ऑडिट की सालाना रिपोर्ट भी सार्वजनिक करने की मांग की है, जिससे प्रबंधन की लापरवाही उजागर हो सके।
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