सुशासन की सरकार में ठगों का बोल-बाला , बेबस पुलिस ,,,
रायपुर न्यूज़ / रायपुर के चंगोराभाठा इलाके से एक सनसनीखेज घोटाला सामने आया है। जहां राहुल डहरवाल नाम के युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर बीसी यानी कमेटी योजना के नाम पर करीब 100 गरीब और निम्नवर्गीय लोगों से करीब 01 करोड़ रुपये ठग लिए और अब फरार है।
इस योजना के तहत हर व्यक्ति से 2000 रुपए मासिक जमा करवाए गए , योजना 24 महीने की थी। इस तरह के 02 बीसी चला रहा था , लेकिन जैसे ही पैसे लौटाने की बारी आई, राहुल और उसके साथी ग़ायब हो गए।
21 जून को दर्ज कराई गई शिकायत , 22 पीड़ित पहुंचे थाने -
पीड़ितों का आरोप है कि 21 जून को 22 से अधिक लोग रायपुर के डी.डी. नगर थाने पहुंचे थे। उन्होंने पूरी घटना की लिखित शिकायत दी थी। लेकिन अब तक न FIR दर्ज हुई है, न ही पुलिस की कोई कार्रवाई सामने आई है।
पीड़ित सवाल कर रहे हैं – क्या कानून सिर्फ रसूखदारों के लिए है?
घोटाले के शिकार कौन हैं?
रिक्शा चालक, घरेलू महिलाएं, सब्ज़ी बेचने वाले, छोटे दुकानदार – वे लोग जिनकी जिंदगी रोज़ की कमाई पर चलती है। जिनके लिए 2000 रुपए भी बड़ी रकम होती है। उनके दो साल की जमा-पूंजी , एक झटके में लुट गई।
घरवाले भी शक के घेरे में -
स्थानीय लोगों का कहना है कि राहुल के परिवार के सदस्य भी इस फर्जी योजना के प्रचार-प्रसार में शामिल थे। अब जब घोटाला उजागर हुआ है, तो पूरा परिवार चुप्पी साधे बैठा है।
"द नेक्स्ट न्यूज़" का प्रशासन से सवाल -
जब 22 लोग थाने में शिकायत लेकर पहुंचे, तो अब तक FIR क्यों नहीं हुई? गरीबों के साथ हुई इस ठगी पर पुलिस का रवैया इतना ढीला क्यों है? यह सिर्फ ठगी नहीं , यह विश्वासघात है। गरीबों की उम्मीदों और संघर्ष के साथ किया गया अमानवीय धोखा है।
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